Low Calorie Foods: ज़ीरो फिगर चाहिए तो करें इन 5 लो कैलोरी फूड्स का करे सेवन
Low Calorie Foods आप भी बढ़ते मोटापे से परेशान हो गए है और अपना फीगर मेंटेन करना चाहते हैं तो सबसे पहले डाइट में बदलाव करें। जीरो फिगर चाहते हैं जोरो कैलोरी वाली डाइट का सेवन करें। जीरो कैलोरी वाले फूड्स से करें वज़न कंट्रोल।
कोरोना काल में वायरस से बचाव करने के लिए लोगों को ज्यादा समय घर में ही गुज़ारना पड़ा है, जिसकी वजह से लोगों की फिजिकल एक्टिविटी कम हो गई। नतीजा ज्यादा से ज्यादा लोगों का खा-खाकर टमी बाहर आ गया है। घर में रहकर लोगों का सारा ध्यान सिर्फ खाने-सोने और मोबाइल देखने पर रहा, जिसकी वजह से लोगों के वज़न में तेज़ी से इज़ाफ़ा हुआ है। आप भी बढ़ते मोटापे से परेशान हो गए है और अपना फिगर मेंटेन करना चाहते हैं तो सबसे पहले डाइट में बदलाव करें। जीरो फिगर चाहते हैं जीरो कैलोरी वाली डाइट का सेवन करें। डाइट में उन चीज़ों को शामिल करें जिनमें कैलोरी न के बराबर या फिर जीरो हो। आइए जानते हैं कि कैसे आप डाइट में लो कैलोरी वाले फूड्स को शामिल करके मोटापा कंट्रोल कर सकते हैं।
low calorie indian foods | Low Calorie food list
1- Low Calorie food kale
Low Calorie food kale |
आपको बता दें की kale ऐसी green vegetable है जिसमें विटामिन्स, प्रोटीन, आयरन और फाइबर जैसे कई nutrients प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह सब्जी कई अन्य सब्जियों से भी ज्यादा फायदेमंद है। इसके बारे में और अधिक जानने के बाद निश्चित ही आप भी इसे अपने भोजन में शामिल करना चाहेंगे। तो फिर देर किस बात की चलिए kale के बारे में और अधिक विस्तार से जानते हैं। बाकी सभी हरी सब्जियों के मुकाबले केल में सबसे ज्यादा पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। विटामिन-के से भरपूर केल में बेहद कम कैलोरी होती है जो सेहत को दुरुस्त रखने के साथ ही मोटापे को भी कंट्रोल करती है। केल का इस्तेमाल आप स्लाद, स्मूदी और सब्जी के रूप में कर सकते हैं।
2- broccoli benefits
broccoli benefits |
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पोषक तत्व युक्त आहार जरूरी है। इस श्रेणी में फल और सब्जियों का नाम हमेशा पहले आता है। अगर सब्जियों की बात करें तो पौष्टिक सब्जियों की सूची अनगिनत है। इन्हीं सब्जियों में से एक है ब्रोकली, फूलगोभी सा दिखने वाली (broccoli) ब्रोकली के फायदे कई सारे हैं। (broccoli) ब्रोकली के गुण इसे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बनाते हैं। ऐसे में स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम ब्रोकली खाने के फायदे विस्तारपूर्वक साझा कर रहे हैं ब्रोकली में विटामिन-ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम, फोलिक एसिड, फाइबर और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। रोज़ाना (broccoli) ब्रोकली का सेवन करने से वजन को कम किया जा सकता है। (broccoli) ब्रोकली खाने से दिल सेहतमंद रहता है, साथ ही आंखें और हड्डियां मजबूत होती हैं।
3- Weight control with low calorie watermelon | लो कैलोरी तरबूज से करें वजन कंट्रोल
Weight control with low calorie watermelon |
शरीर में खून की कमी दूर करने में तरबूज मददगार हो सकता है. यह हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने में अच्छा साबित हो सकता है. यह विटामिन सी और आयरन की सामग्री में समृद्ध है. तरबूज आयरन के बेहतर अवशोषण में मदद कर सकता है. यूएसडीए के अनुसार, 100 ग्राम तरबूज में 0.2 मिलीग्राम आयरन होता है.अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो समर फ्रूट तरबूज का सेवन करें। इसमें मौजूद पानी शरीर के टॉक्सिन्स और गंदगी को निकालकर आपकी भूख को कंट्रोल करता है। तरबूज में जीरो कैलोरी, एंटीऑक्सीडेंट और पानी की मात्रा अधिक होती है। तरबूज गर्मी में बॉडी को हाइड्रेट रखने के साथ वजन कम करता है।
4- benefits of beetroot | चुकंदर के फायदे
benefits of beetroot | चुकंदर के फायदे |
5- Benefits of Mushrooms | मशरूम के फायदे
Benefits of Mushroom
मशरूम में बहुत कम कैलोरी होती हैं। पांच सफेद बटन मशरूम में सिर्फ 20 कैलोरी होती है। मशरूम को खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है, इस कारण मशरूम वजन कंट्रोल करने में भी मदद करता है।मशरूम में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है और यह सेलेनियम, पोटैशियम, विटमिन-डी, प्रोटीन से भी भरपूर होती है। अपनी इन्ही खूबियों के कारण यह शरीर को मजबूत बनाती है रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है।
-मशरूम ऐंटिबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज से युक्त होती है। इसलिए इसके सेवन से शरीर को बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने की शक्ति मिलती है।
-मशरूम हमारे इम्यून सिस्टम को ऊर्जा देकर सुचारु तरीके से चलाने में सहायता करती है। इसमें कॉलेस्ट्रॉल को कम करनेवाले एजेंट्स पाए जाते हैं।
-इसी कारण मशरूम की कुछ खास और खाने योग्य प्रजातियों के एस्ट्रेक्ट कई तरह के खाद्य पदार्थों और सप्लिमेंट्स के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।